दशकों से केरल कलामंडलम को पूरी दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित कथकली विद्यालय माना जाता रहा है। यह ऐतिहासिक कला विद्यालय चेरुतुरुती में है और मूल रूप से इसकी स्थापना मलयालम भाषा के सुप्रसिद्ध कवि वल्लत्तोल नारायणा मेनन ने की थी। उन्होंने महसूस किया कि लोगों की रुचि कथकली और अन्य पारंपरिक कला रूपों में घटती जा रही है और इसलिए उन्होंने इस काम का बीड़ा उठाया। आज कलामंडलम अनेक प्रकार की पारंपरिक प्रदर्शन कलाओं के प्रशिक्षण की अग्रणी संस्था है जिनमें शामिल हैं मोहिनीअट्टम, कूटियाट्टम, तुल्लल और नंगियारकूत्त़। यह यूनिवर्सिटी फॉर आर्ट एंड कल्चर के रूप में एक डीम्ड यूनिवर्सिटी भी है।
तृश्शूर जिले में नीला नदी (भारतप्पुष़ा) के तट पर 1930 में स्थापित इस संस्थान के प्रेरक वातावरण में लगभग एक शताब्दी से केरल की परंपरिक कलाओं के संवर्धन और प्रोत्साहन का काम हो रहा है। कलामंडलम में नियमित रूप से कला प्रस्तुतिकरण और कक्षा का आयोजन होता है। राज्य और उसके बाहर से जाने-माने कलाकार यहां के प्रसिद्ध डांस थिएटर कूत्तम्बलम में नियमित अपनी प्रस्तुति देते हैं। दिलचस्प बात है कि मंदिर संकुल से बाहर स्थापित होने वाला यह अपने आपमें एकमात्र ऐसा संस्थान है। कूत्तम्बलम के ग्रेनाइट स्तंभ उनके ऊपर उकेरे गए एक सौ आठ करण (नृत्य-मुद्रा) के लिए विख्यात हैं। इन विशाल हॉलों में प्रस्तुतिकरण का आनंद लेना एक अलौकिक अनुभूति है। कलाकार के रूप में छात्रों की मदद के लिए दुनिया भर के संरक्षकों के प्रायोजन में कई स्कॉलरशिप और अवार्ड नियमित रूप से दिए जाते हैं।
केरल कलामंडलम
वल्लत्तोल नगर, चेरुतुरुती
तृश्शूर, केरल – 679531
फोन: + 91 488 2462418
नजदीकी रेलवे स्टेशन: षोरणूर, लगभग 4 कि.मी. |
नजदीकी एयरपोर्ट: कोच्चिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट, लगभग 81 कि.मी. |
अक्षांश: 10.746969, देशांतर: 76.279335
भौगोलिक जानकारीजिला मुख्यालय से दूरी: 3200 मी. उत्तर दिशा में |
डिपार्टमेंट ऑफ़ टूरिज्म, गवर्नमेंट ऑफ़ केरल, पार्क व्यू, तिरुवनंतपुरम, केरल, भारत - 695 033
फोन: +91 471 2321132, फैक्स: +91 471 2322279, ई-मेल: info@keralatourism.org.
सर्वाधिकार सुरक्षित © केरल टूरिज्म 2020. कॉपीराइट | प्रयोग की शर्तें | कुकी पॉलिसी | संपर्क करें.
इनविस मल्टीमीडिया द्वारा विकसित व अनुरक्षित.