कोन्नी केरल के प्रमुखतम हाथी प्रशिक्षण केंद्रों में से एक है। पत्तनंतिट्टा जिले में यह स्थान सालों भर बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। यहां का एक प्रमुख आकर्षण है लकड़ी के विशाल पिंजरे जिनमें हाथियों को रखा जाता है। स्थानीय रूप से आनक्कूड़ कहे जाने वाले इन पिंजरों में 3 से 4 हाथी आ सकते हैं।
यहां प्रशिक्षकों का मुख्य ध्यान ऐसे शिशु हाथियों के विकास पर रहता है जो अपने माता-पिता या झुंड से बिछड़ गए हों या कहीं घायल अवस्था में मिले हों। इन परिस्थितियों से निबटने के लिए प्रशिक्षकों के पास पारंपरिक विधियां होती हैं जो पीढ़ियों से चली आ रही हैं। हाथियों को विशिष्ट आदेशों का पालन करना सिखाया जाता है और सुबह उन्हें विशेष एक्सर्साइज वॉक (व्यायाम के लिए चलना) पर ले जाया जाता है, नहलाया जाता है और विशेष प्रकार खाना खिलाया जाता है।
कोन्नी में आप इन प्रक्रियाओं को प्रत्यक्ष देख सकते हैं। शिशु हाथी अतिथियों के साथ खेलते हैं और बच्चों के साथ तो उनका रवैया खासा दोस्ताना होता है। बड़े हाथियों की सेवा आस-पास घुमाने के लिए ली जाती है और यहां आने वाले पर्यटकों में उनकी सवारी काफी लोकप्रिय है।
फोन: + 91 468 2247645
यहां पहुंचने के लिएनजदीकी रेलवे स्टेशन: चेंगन्नूर, लगभग 35 कि.मी. |
नजदीकी एयरपोर्ट: त्रिवेंद्रम (तिरुवनंतपुरम) इंटरनेशनल एयरपोर्ट, लगभग 100 कि.मी. |
अक्षांश: 9.228182, देशांतर: 76.851883
डिपार्टमेंट ऑफ़ टूरिज्म, गवर्नमेंट ऑफ़ केरल, पार्क व्यू, तिरुवनंतपुरम, केरल, भारत - 695 033
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