चूलन्नूर मोर अभयारण्य या मयिलाडुम्पारा, जो कि इसका स्थानीय नाम है, केरल के मोरों का स्वर्ग है। पालक्काड में 500 हेक्टेयर में फैले इस अभयारण्य तक पहुंचने के लिए घने जंगलों से होकर ट्रेक किया जा सकता है। दृश्य की भरपाई तुरंत हो जाती है। आप इस शानदार राजसी प्राणी के भव्य रंगीन छटा देखकर मुग्ध हो जाते हैं। नैसर्गिक रूप से सुरक्षित रखे गए इस स्वर्ग में, भोर और सांझ सर्वोत्तम दर्शनीय समय है। फ़ोटोग्राफ़र यहां कई अन्य दुर्लभ पक्षी प्रजातियों और औषधीय जड़ी-बूटियों के साथ-साथ मोरों के शानदार शॉट्स ले सकते हैं।
यहां पहुंचने के लिएनजदीकी रेलवे स्टेशन: पालक्काड
भौगोलिक जानकारीजिला मुख्यालय से दूरी: 2500 मी. दक्षिण दिशा में |
डिपार्टमेंट ऑफ़ टूरिज्म, गवर्नमेंट ऑफ़ केरल, पार्क व्यू, तिरुवनंतपुरम, केरल, भारत - 695 033
फोन: +91 471 2321132, फैक्स: +91 471 2322279, ई-मेल: info@keralatourism.org.
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