स्थल: चेट्टिकुलंगरा भगवती मंदिर
स्थान: मावेलिक्करा
जिला: आलप्पुष़ा
चेट्टिकुलंगरा भरनी आलप्पुष़ा में मावेलिक्करा के निकट चेट्टिकुलंगरा मंदिर में आयोजित होने वाला दर्शनीय उत्सव है। मलयालम महीने कुंभम (फरवरी-मार्च) में आयोजित यह उत्सव देवी भगवती को समर्पित है। इस अवसर पर संपूर्ण शहर जीवंत हो उठता है और संपूर्ण भूदृश्य पर आनंद छा जाता है।
इस उत्सव के दौरान मुख्य आकर्षण हैं केट्टुकाष्चा। ये विशाल प्रतिमाएं हैं जो वस्त्रों, फूलों और आभूषणों से सज्जित होती हैं। यह उन 13 ‘करा’ या क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है जिनसे यह इलाका निर्मित है। हजारों लोग मिलकर 90-100 फीट ऊंची इन प्रतिमाओं के निर्माण करते हैं। तीन श्रेणियां हैं - तेरु (रथ), कुतिरा (घोड़ा) और तीन अन्य प्रतिमाएं भीम, हनुमान और पांचाली (भारतीय महाकाव्यों के लोकप्रिय पात्र) की। इन्हें शहर की सड़कों से होकर मंदिर ले जाया जाता है और श्रद्धालुओं के साथ-साथ सारे जनसमुदाय इस समारोह में शामिल होते हैं। अनेक शास्त्रीय और लोक कलाओं का भी प्रदर्शन होता है जो इसे वार्षिक स्तर पर एक यादगार अवसर बनाते हैं।
यहां पहुंचने के लिए
नजदीकी रेलवे स्टेशन: मावेलिक्करा, लगभग 6 कि.मी. दूर |
नजदीकी एयरपोर्ट: कोच्चिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट, आलप्पुष़ा से लगभग 85 कि.मी. |