स्थल: स्वराज राउंड, तृश्शूर
स्थान: स्वराज राउंड
जिला: तृश्शूर
पुलिकली (बाघ नृत्य) केरल की लोककला का एक स्वरूप है। ओणम त्योहार के चौथे दिन कलाकार अपने शरीर को बाघ की तरह पीली, लाल और काली धारियों से रंग लेते हैं और पारंपरिक ढोल सदृश्य वाद्ययंत्रों जैसे तकिल, उडुक्क और चेण्डा की लय पर नृत्य करते हैं। तृश्शूर जिले का स्वराज ग्राउंड में इस मेले का आयोजन होता है जहां विभिन्न रंगों और मुखौटों में सझधज कर लोग एकत्र होते हैं स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटक भी उत्साह से समारोह में भाग लेते हैं।
इस लोक कला का मुख्य विषय है बाघ का शिकार में जिसमें कलाकार बाघ और शिकार दोनों का स्वांग करते हैं। इसमें मेक-अप के लिए ऑयल पेंट का इस्तेमाल किया जाता है जिन्हें शरीर से हटाना बहुत मुश्किल होता है।
हर साल ओणम में तृश्शूर की सड़कों पर राज्य और दुनिया भर से लोग यह समारोह देखने एकत्र होते हैं।
यहां पहुंचने के लिए
नजदीकी रेलवे स्टेशन: तृश्शूर, लगभग एक किलोमीटर |
नजदीकी एयरपोर्ट: कोच्चिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट, तृश्शूर से लगभग 58 कि.मी. |