स्थल: कूर्क्कन्चेरी श्री महेश्वर मंदिर
स्थान: कूर्क्कन्चेरी
जिला: तृश्शूर
तैप्पूयम महोत्सवम त्योहार आपको चेण्डा (ढोल) की थाप पर थिरका देता है जबकि कावडि उठाए श्रद्धालुओं के नृत्य की प्रत्येक गति पर झांझ झंकार कर उठते हैं। उपस्थित सारे लोग दिव्य शक्ति के वशीभूत मालूम पड़ते हैं जिससे उन्हें अपने दुनियावी झंझटों से मुक्त होने में मदद मिलती है और पारलौकिक आशीष प्राप्ति का अनुभव होता है। रंगों की भव्यता और श्रद्धालुओं के आत्मिक प्रदर्शन से उत्पन्न भावप्रवणता हजारों की भीड़ में वहां के संपूर्ण वातावरण को रहस्यमयी ऊर्जा के साथ अपनी जादू में बांध लेती है। कूर्क्कन्चेरी श्री महेश्वर मंदिर का तैप्पूयम महोत्सव महादेव शिव के पुत्र भगवान सुब्रमण्य को अर्पित है जिसका आयोजन जनवरी / फरवरी में किया जाता है।
भव्य रंगों की छटा दर्शाने वाला कावडियाट्टम का प्रदर्शन इस उत्सव का एक प्रमुख आकर्षण है। ‘कावडि’ एक भव्य रूप से सज्जित लकड़ी का मेहराब होता है जिसे कंधे पर ढोया जाता है। शोभायात्रा सुबह के समय निकाली जाती है जहां अम्बलक्कावडि (मंदिर) और पूक्कावडि (फूल) का प्रदर्शन कावडि के आकार के आधार पर किया जाता है। त्योहार के समापन पर पटाखे चलाए जाते हैं और इस तरह निर्मित स्मृतियां अनमोल होती हैं।
यहां पहुंचने के लिए
नजदीकी रेलवे स्टेशन: तृश्शूर, लगभग 2 कि.मी.
नजदीकी एयरपोर्ट: कोच्चिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट, तृश्शूर से लगभग 58 कि.मी.