केरल में घूमने के लिए सबसे अच्छे वन अभयारण्य
केरल में प्रचुर जैव विविधता है और यह प्रकृति और वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है। यहाँ कुछ वन क्षेत्र, वन्यजीव अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान हैं जहाँ आप जाना पसंद करेंगे।
पेरियार राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य: तेक्कडी में स्थित, यह भारत के सबसे प्रसिद्ध वन्यजीव अभ्यारण्यों में से एक है। यह हाथियों, बाघों, हिरणों और कई पक्षी प्रजातियों सहित वनस्पतियों और जीवों की एक विस्तृत श्रृंखला का घर है। आगंतुक नाव सफारी, प्रकृति की सैर और बांस राफ्टिंग जैसी गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान: पश्चिमी घाट में स्थित यह उद्यान अपने उष्णकटिबंधीय सदाबहार जंगलों के लिए प्रसिद्ध है। यह कई लुप्तप्राय प्रजातियों का घर है, जिनमें शेर-पूंछ वाला मकाक और नीलगिरि लंगूर शामिल हैं। 200 से अधिक पक्षी प्रजातियों के साथ, यह पक्षी अवलोकन वालों के लिए भी स्वर्ग है।
वायनाड वन्यजीव अभयारण्य: पूरे वायनाड जिले में फैला यह अभयारण्य वनस्पतियों और जीवों से भरपूर है। आगंतुकों को बाघों, हाथियों, तेंदुओं और हिरणों की विभिन्न प्रजातियों को देखने का मौका मिलता है। अभयारण्य में घने जंगल, झरने और ट्रैकिंग ट्रेल्स की विशेषता वाला विविध भूदृश्य है।
परम्बिकुलम टाइगर रिजर्व: आनेमलई पहाड़ियों में स्थित यह रिजर्व बाघों और हाथियों की बढ़ती आबादी के लिए प्रसिद्ध है। यह एक शानदार प्राकृतिक अनुभव के लिए अद्वितीय ट्रीहाउस आवास प्रदान करता है। लोकप्रिय गतिविधियों में परम्बिकुलम जलाशय में नौका विहार और निर्देशित सफारी शामिल हैं।
तट्टेक्काड़ पक्षी अभयारण्य: डॉ. सलीम अली पक्षी अभयारण्य के नाम से भी जाना जाने वाला यह पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग है। यह अभयारण्य 500 से ज़्यादा पक्षी प्रजातियों का घर है, जिनमें दुर्लभ सीलोन फ्रॉगमाउथ और मलबार ग्रे हॉर्नबिल शामिल हैं। आगंतुक इस जीवंत आवास में निर्देशित पक्षी पर्यटन और प्रकृति की सैर का आनंद ले सकते हैं।
इडुक्कि वन्यजीव अभयारण्य: इडुक्कि आर्क डैम के आसपास स्थित यह अभयारण्य अपनी समृद्ध वनस्पतियों और जीवों के लिए जाना जाता है। यह इडुक्कि जलाशय और आसपास की पहाड़ियों के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है। यह एक सुंदर और वन्यजीव-समृद्ध गंतव्य है।
इडुक्कि वन्यजीव अभयारण्य हाथियों, बाइसन, हिरण और सांपों की विभिन्न प्रजातियों का घर।
आरलम वन्यजीव अभयारण्य: केरल के उत्तरी भाग में स्थित यह अभयारण्य अपने घने जंगलों और विविध वन्यजीवों के लिए जाना जाता है। यह मलबार विशाल गिलहरी (मलबार जायंट स्क्विरल), हाथी और विभिन्न पक्षी प्रजातियों का घर है। यह अभयारण्य ट्रैकिंग के अवसर और आस-पास के आदिवासी गांवों को देखने का मौका भी प्रदान करता है।
चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य: पश्चिमी घाट की पूर्वी ढलानों पर स्थित यह अभयारण्य अपनी अनूठी कांटेदार वनस्पतियों के लिए जाना जाता है। यह लुप्तप्राय भूरे रंग की विशाल गिलहरी (ग्रिजल्ड जायंट स्क्विरल) और स्टार कछुए का घर है। आगंतुक इसके विविध पारिस्थितिकी तंत्र का पता लगाने के लिए ट्रैकिंग और निर्देशित सैर का आनंद ले सकते हैं।
पीच्ची-वाष़ानि वन्यजीव अभयारण्य: तृश्शूर के पास स्थित यह अभयारण्य अपनी प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध जैव विविधता के लिए जाना जाता है। इसमें एक बांध है, यहाँ नौकायन की सुविधा है और यह विभिन्न स्थानीय और प्रवासी पक्षी प्रजातियों के लिए एक आश्रय स्थल है। प्रकृति प्रेमी इसके ट्रेकिंग ट्रेल्स के माध्यम से भी अभयारण्य का पता लगा सकते हैं।
नेय्यार वन्यजीव अभयारण्य: तिरुवनंतपुरम के पास स्थित यह अभयारण्य घास के मैदानों और सदाबहार जंगलों सहित अपने विविध पारिस्थितिकी तंत्रों के लिए जाना जाता है। यह हाथियों, जंगली सूअरों और हिरणों की विभिन्न प्रजातियों का घर है। अभयारण्य के भीतर लोकप्रिय आकर्षणों में नेय्यार बांध और लायन सफारी पार्क शामिल हैं।