अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

रोमांच चाहने वालों के लिए जो झरनों तक पहुंचने वाले ट्रेकिंग अनुभव की तलाश में हैं, केरल क्या पेशकश कर सकता है?

अपनी प्रचुर प्राकृतिक सुंदरता और विविध परिदृश्यों के साथ, केरल ट्रेकर्स के लिए एक पसंदीदा गंतव्य है। राज्य में कई ट्रेकिंग ट्रेल्स हैं, जिनमें से कुछ लुभावने झरनों तक ले जाते हैं।

आइये कुछ ऐसे ट्रेक देखें जो झरनों तक ले जाते हैं:

अतिरप्पिल्ली फॉल्स: तृश्शूर जिले में स्थित यह ट्रेकिंग ट्रेल एक मध्यम चुनौतीपूर्ण अनुभव प्रदान करता है। यह आपको हरे-भरे जंगलों, झरनों के बीच से ले जाता है, और रास्ते में वन्यजीवों को देखने का मौका देता है।

मीनमुट्टी फॉल्स: वायनाड जिले में स्थित यह ट्रेक काफी चुनौतीपूर्ण है। घने जंगलों से होकर यह रास्ता एक शानदार झरने तक जाता है, जिसमें कई झरने और मनमोहक दृश्य हैं।

सूचिपारा जलप्रपात: वायनाड जिले में स्थित यह सुंदर जलप्रपात घने जंगलों से घिरा हुआ है, जो एक शांत वातावरण प्रदान करता है। जलप्रपात तक का ट्रेक मध्यम कठिनाई वाला है, जो प्रकृति प्रेमियों के लिए एक सुखद अनुभव बनाता है।

पालरुवी झरना: कोल्लम जिले में स्थित यह खूबसूरत झरना हरे-भरे पेड़ों से घिरा हुआ है। झरने तक पहुँचने का रास्ता मध्यम कठिनाई वाला है, और तल पर स्थित प्राकृतिक तालाब इसे तरोताज़ा तैराकी के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है।

चीयाप्पारा झरना: इडुक्कि जिले में स्थित, यह दो-स्तरीय झरना सुंदर परिवेश प्रदान करता है। ट्रेकिंग और तैराकी दोनों के अवसर के साथ यह ट्रेक आसान से मध्यम है।

थोम्मनकुथु जलप्रपात: इडुक्कि जिले में स्थित इस जलप्रपात में कई झरने हैं। यह ट्रेक मध्यम से चुनौतीपूर्ण है, जिसमें रास्ते में कई पगडंडियाँ और तैराकी स्थल हैं।

ट्रेक पर निकलने से पहले, ट्रेल, उसके कठिनाई स्तर और किसी भी आवश्यक परमिट के बारे में शोध करना आवश्यक है। आरामदायक हाइकिंग जूते पहनना, बारिश के कपड़े साथ रखना और सनस्क्रीन लगाना आपके अनुभव को बेहतर बना सकता है। एक गाइड मूल्यवान जानकारी दे सकता है और सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है। नियमों का पालन करना और कूड़ा-कचरा फैलाने से बचना महत्वपूर्ण है।