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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

कयर (कॉयर) फाइबर कैसे बनाया जाता है?

कयर (कॉयर), जिसे कोकोस भी कहा जाता है, एक प्राकृतिक फाइबर है जो नारियल के सुरक्षात्मक छिलके (भूसी) से निकाला जाता है।

नारियल से छिलकों (भूसी) को अलग करने के बाद, उन्हें दस महीने तक लैगून जैसे जल निकायों में रेटिंग (सड़ने) की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इसके बाद, सड़ी हुई भूसी को लकड़ी के हथौड़ों से हाथ से पीटा जाता है ताकि मूल्यवान सुनहरा रेशा (फाइबर) निकाला जा सके। फिर इस रेशे को "राट्ट" नामक पारंपरिक कताई पहियों का उपयोग करके सूत में काता जाता है, और रंगाई और बुनाई के लिए तैयार किया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप कई प्रकार के सुन्दर फर्श कवरिंग बनते हैं।

कयर (कॉयर) उद्योग विभिन्न ग्रेड के कयर यार्न का उत्पादन करता है, जिनमें से प्रत्येक में अलग-अलग विशेषताएं होती हैं जो उद्योगों, कृषि और घरों में विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त होती हैं। यह प्रक्रिया कटाई के बाद परिपक्व नारियल की भूसी निकालने से शुरू होती है, इसके बाद इन भूसी से कयर फाइबर निकाला जाता है।

कई क्षेत्रों में, नारियल की कयर कोपरा (खोपरा) उत्पादन का एक उप-उत्पाद है, जिसके छिलकों को अक्सर खेतों में मल्च के रूप में छोड़ दिया जाता है या उनमें पोटाश की प्रचुर मात्रा के कारण उर्वरक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रकार कयर उद्योग नारियल के उप-उत्पादों की उपयोगिता को अधिकतम करके सतत विकास में योगदान देता है।