अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या जून में केरल की सैर संभव है, और क्या बारिश एक समस्या बन सकती है?

जून में केरल जाना व्यक्तिगत पसंद पर निर्भर करता है, क्योंकि इस समय दक्षिण-पश्चिम मानसून काफी सक्रिय होता है। अगर कोई बारिश का आनंद लेना चाहता है और हरे-भरे केरल का अनुभव करना चाहता है, तो यह एक आदर्श अवधि है। यह कायाकल्प चिकित्सा का भी मौसम है, जिसे मलयालम कैलेंडर में 'कर्क्कडकम' के रूप में जाना जाता है। पारंपरिक तेल मालिश और विशेष रूप से तैयार औषधीय भोजन प्रमुखता रखते हैं, जिससे मनुष्य और जानवर दोनों को लाभ होता है। मंदिरों और घरों में हाथियों को विशेष उपचार से गुजरना पड़ता है, और कुछ स्थानों पर, इसे सार्वजनिक भागीदारी के साथ 'अनयोट्टू' (हाथी को खिलाना) के रूप में मनाया जाता है, विशेष रूप से तृश्शूर जिले के वडक्कुमनाथन मंदिर और गुरुवायुर मंदिर में। इसके अतिरिक्त, रोमांच के शौकीन लोग वार्षिक मलबार नदी महोत्सव को देख सकते हैं या उसमें भाग ले सकते हैं, जो कोष़िक्कोड जिले के चालिपुझा और इरुवंजिपुझा में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय कयाकिंग प्रतियोगिता है।