अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या केरल सबसे पुराने सागौन वृक्षों का घर है?

केरल में दो स्थान ऐसे हैं जहां दुनिया के सबसे पुराने सागौन के पेड़ पाए जाते हैं।

ऐसा ही एक अद्भुत नज़ारा है केरल के पालक्काड जिले में स्थित परम्बिकुलम में कन्निमारा सागौन का पेड़। अनुमान है कि यह 450 साल से ज़्यादा पुराना है, यह शानदार पेड़ लगभग 156 फ़ीट ऊँचा है और इसकी मोटाई 21.5 फ़ीट है। स्थानीय जनजातियों द्वारा पूजनीय, कन्निमारा सागौन का पेड़ परम्बिकुलम टाइगर रिज़र्व के भीतर एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है।

दूसरा, निलंबूर के कॉनॉली प्लॉट में स्थित सागौन का वृक्ष है, जो केरल के मलप्पुरम जिले में है।

भले ही यह सबसे पुराना पेड़ न हो, लेकिन केरल के निलंबूर में कॉनॉली प्लॉट में स्थित सागौन का बागान दुनिया के सबसे पुराने सागौन के बागानों का घर है। ब्रिटिश कलेक्टर एच.वी. कॉनॉली द्वारा 1840 के दशक में स्थापित इस बागान में कई परिपक्व सागौन के पेड़ हैं, जिनमें से कुछ का अनुमान 100 साल से भी ज़्यादा पुराना है।

यद्यपि 'सबसे पुराने सागौन वृक्ष' का शीर्षक विवादास्पद हो सकता है, परन्तु केरल निस्संदेह दुनिया के कुछ सबसे पुराने और सबसे शानदार सागौन वृक्षों का घर है।