अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या पद्मनाभ स्वामी मंदिर के लिए कोई ड्रेस कोड है?

मंदिर में प्रवेश करते समय एक सख्त ड्रेस कोड का पालन करना होता है। पुरुषों को मुंडु या धोती (कमर के चारों ओर लपेटी हुई और एड़ी तक पहुंचने वाली) पहनना आवश्यक है और किसी भी प्रकार की शर्ट पहनने से बचना चाहिए।

मंदिर में प्रवेश करते समय महिलाओं को साड़ी, मुंडुम नेर्यतुम (सेट-मुंडु), स्कर्ट-और-ब्लाउज या आधी साड़ी पहनना अनिवार्य है।

मंदिर के प्रवेश द्वार पर धोती किराए पर उपलब्ध है। हाल के दिनों में, मंदिर के अधिकारियों ने भक्तों की सुविधा के लिए पैंट या चूड़ीदार के ऊपर धोती पहनने की अनुमति दी है।

वर्तमान पद्मनाभ स्वामी मंदिर का नवीनीकरण 1730 में त्रावणकोर (तिरुवितांकूर) के महाराजा मार्ताण्ड वर्मा के शासनकाल में किया गया था। नवीनीकरण के बाद, पुरानी लकड़ी की मूर्ति को वर्तमान मूर्ति से बदल दिया गया, जो कटुशर्क्करयोगम नामक एक अत्यधिक जटिल मिश्रण से बनी है और इसमें 12,008 शालिग्राम (एक प्रकार का शुभ पत्थर) हैं। परंपरा के अनुसार, त्रावणकोर शाही परिवार के सदस्य पद्मनाभ दास या भगवान पद्मनाभ के सेवक के रूप में मंदिर समारोहों में भाग लेना जारी रखते हैं।