अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

केरल में आपको क्या मिस नहीं करना चाहिए

इस राज्य की अनोखी भौगोलिक स्थिति के कारण ही पर्यटक यहाँ घूमने आने के लिए आकर्षित हो जाते हैं। यह भारत का इकलौता ऐसा राज्य है जहाँ खूबसूरत समुद्री तट, नदियों से घिरे मध्य क्षेत्र, दूर-दूर तक फैले खेत, और पश्चिमी घाट की ठंडी धुंध भरी चोटियाँ देखने को मिलती हैं; इन सभी जगहों पर आप गाड़ी से कम से कम एक घंटे में घूम सकते हैं।

इसके अलावा यहाँ तरह-तरह के भोजन विकल्प मौजूद हैं जिन्हें मिस नहीं करना चाहिए, जिसमें शामिल हैं – पायसम (मिठाई) के साथ सद्या (शाकाहारी भोजन) नामक एक शानदार भोजन, मलबार (उत्तरी केरल) की मसालेदार बिरयानी और स्नैक्स, आलप्पुष़ा और कोट्टयम (दक्षिण केरल) के मछली के कई पकवान।

इसके अलावा यहाँ आपको नारियल के पेड़ से निकाली गई ताड़ी नामक एक सबसे प्राकृतिक पेय का आनंद उठाने का मौका भी मिलता है। इसके अलावा आप केरल के बैकवाटर्स में एक शांत और आकर्षक हाउसबोट की सवारी का आनंद उठाने से भी पीछे नहीं हट सकते हैं। विशेष रूप से मानसून के मौसम के दौरान, आयुर्वेद उपचार और पंचकर्म चिकित्सा, आपके स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। मानसून के मौसम में तो केरल का माहौल और ज्यादा आकर्षक हो जाता है।

इस अवधि के दौरान राज्य में अलग-अलग जीवनशैली और अलग-अलग रीति-रिवाज देखने को मिलते हैं। इसी अवधि के दौरान कई प्रसिद्ध नाव दौड़ का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें स्नेक बोट (चुंडन वल्लम) भी शामिल हैं।

ओणम नामक राजकीय उत्सव बहुत खास माना जाता है। राजा महाबली की पौराणिक कथा पर आधारित यह त्यौहार, फसल की कटाई के मौसम का भी प्रतीक है। ओणम अवधि के दौरान राज्य द्वारा प्रायोजित ओणम उत्सव एक सप्ताह तक चलता है। इस दौरान आप राज्य की कई कला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद ले सकते हैं।

तृश्शूर पूरम, केरल के मुख्य त्यौहारों में से एक है। इसे मार्च/अप्रैल के महीने में मनाया जाता है। इस दौरान अनोखी रस्मों और हाथियों की भागीदारी के साथ-साथ कुडमाट्टम समारोह नामक एक मुख्य कार्यक्रम का भी आयोजन होता है जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक यहाँ आते हैं।