अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

भारत में किस शहर को मसालों का शहर कहा जाता है?

केरल एक प्रमुख मसाला उत्पादक के रूप में प्रसिद्ध है और सदियों से मसाला व्यापार का केंद्र रहा है। इडुक्कि जिला मसाला उत्पादन के लिए अग्रणी केंद्र के रूप में जाना जाता है और इसे अक्सर 'केरल का मसाला उद्यान' कहा जाता है। इडुक्कि की उच्च पर्वतमालाओं में अनुकूल जलवायु और मिट्टी की स्थिति काली मिर्च, इलायची, लौंग, दालचीनी, जायफल और अन्य मसालों की खेती के लिए अनुकूल है। उत्तरी केरल का एक पहाड़ी जिला वायनाड एक अन्य प्रमुख मसाला उत्पादक क्षेत्र है, जो विशेष रूप से इलायची, अदरक और हल्दी के साथ-साथ काली मिर्च के लिए जाना जाता है।

वर्तमान केरल में, कोच्चि शहर मसाला व्यापार का केंद्र बन गया है। फोर्ट कोच्चि और मट्टान्चेरी, जो कभी मसाला व्यापार से गुलजार थे, मसाले के सौदे के लिए प्रमुख आउटलेट थे। इडुक्कि और कोट्टयम जैसे मसाला उत्पादक क्षेत्रों की निकटता कोच्चि को थोक निर्यात के लिए केंद्रीय बिंदु बनाती है, जो इन क्षेत्रों को वैश्विक बाजारों से जोड़ती है। नतीजतन, कोच्चि को अक्सर 'मसालों का शहर' कहा जाता है।

ऐतिहासिक रूप से, केरल के मलबार तट पर स्थित कोष़िक्कोड वैश्विक मसाला व्यापार का एक प्रमुख केंद्र था। एक प्रमुख मसाला व्यापारिक केंद्र के रूप में अपनी दीर्घकालिक भूमिका के लिए जाना जाने वाला कोष़िक्कोड विशेष रूप से काली मिर्च, इलायची और लौंग जैसे मसालों के लिए प्रसिद्ध था।