अंबालावल में आरटी की शुरुआत साल 2012 में हुई थी। लेकिन इससे पहले भी नेल्लाराचल के ग्राम्य जीवन पैकेज का अनुभव लेने के लिए देश-विदेश से पर्यटक यहां आते थे।
अंबालावायल एक विकासशील आरटी गंतव्य है। इसे एक सफल आरटी गंतव्य के रूप में विकसित करने के लिए क्षेत्र में कई कार्यक्रम और प्रशिक्षण आयोजित किए जा रहे हैं। कई माइक्रो-यूनिट बैठकें भी आयोजित की गईं जिससे कई इकाइयों के गठन में भी मदद मिली। ये इकाइयां प्रति वर्ष लगभग 50 लाख रुपये की बिक्री करती हैं।
आरटी मिशन ने अप्रैल 2018 में लगभग 50 महिलाओं को पेपर और कपड़े के बैग बनाने का प्रशिक्षण दिया। इसके आधार पर 13 इकाइयां बनाई गईं और इन इकाइयों में उत्पादन भी शुरू हो गया। मई 2018 में, आरटी मिशन ने सैंपल साबुन बनाने का प्रशिक्षण देने की पहल शुरू करी ।
रिसॉर्ट्स और होटलों में उपयोग के लिए शुद्ध नारियल तेल से और बिना प्लास्टिक कवर के साबुन बनाने के लिए, 48 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया ।
इसके अलावा जून 2018 में मोमबत्ती बनाने के लिए भी प्रशिक्षण दिया गया। गांव की 49 महिलाओं को रंगीन, सुगंधित और जल मोमबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण मुख्य रूप से मोमबत्तियां बनाने पर केंद्रित था जिनका उपयोग कैंडिल लाइट डिनर (मोमबत्ती की रोशनी में रात्रिभोज) में किया जाता है। वर्तमान में, अम्बालावल में, एक मोमबत्ती बनाने की इकाई भी काम कर रही है ।
एक प्रमुख आगामी कार्यक्रम वायनाड के लिए एक स्मारिका, "चुथुमानी कमल" (सुमिरनी माला) बनाना है।
निकट भविष्य में आदिवासी समुदाय के करीब 50 लोगों को इसमें प्रशिक्षण दिया जाएगा।
पापड़ की बढ़ती मांग को देखते हुए आरटी मिशन ने 50 लोगों को पापड़ बनाने का प्रशिक्षण भी दिया है।
आरटी मिशन ने कम्युनिटी टूर लीडर्स के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का भी निर्णय लिया है।
अम्बालावल में एक आदिवासी नृत्य समूह है। पनिया समुदाय की जनजातियाँ वट्टक्कली और कंबाला काली में प्रदर्शन करती हैं। मिशन ने अपने पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने के लिए इस स्थान पर सफलतापूर्वक प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। पिछले साल कुल 300 लोगों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया गया।
अम्बालावल में आरटी मिशन द्वारा प्रस्तावित अनुभवात्मक टूर पैकेज में शामिल अनुभव कुछ इस प्रकार हैं:
चेकाडी गांव की सैर यह पैकेज आपको केरल के शांतिपूर्ण गांवों की यात्रा, उनके दैनिक कामों, उनकी खेती और कृषि तकनीकों का हिस्सा बनने का अवसर प्रदान करता है। यात्रा के हिस्से के रूप में आपको स्वादिष्ट जातीय भोजन परोसा जाएगा।
इस पैकेज में गंधकसला चावल की खेती वाले क्षेत्र की यात्रा है जो कि यहाँ का का प्रमुख आकर्षण है । गंधकसला चावल वायनाड जिले में किसानों द्वारा खेती की जाने वाली चावल की एक अनूठी सुगंधित किस्म है। यह मुख्य रूप से वायनाड में पनामारम, सुल्तान बाथेरी और मनंथवाडी क्षेत्रों के आदिवासी समुदायों के सदस्यों द्वारा उगाया जाता है।
पक्कम गाँव का भ्रमण जैन टूरिज्म सर्किट वायनाड हेरिटेज वॉक
संपर्क
श्री. सिजो मैनुअल
जिला मिशन समन्वयक (प्रभारी)
जिम्मेदार पर्यटन मिशन
जिला कार्यालय - पर्यटन विभाग
सिविल स्टेशन, कलपेट्टा
वायनाड - 673122