गरुड़न थुककम या ईगल हैंगिंग केरल के काली मंदिरों में प्रचलित एक अनूठी कला है। इस रस्म में लोग गरुड़ (चील) जैसे कपड़े पहनते हैं और ताल की धुन पर नृत्य करते हैं ।
फिर इन गरुड़ों को उनकी पीठ पर हुक से छेदा जाता है और देवता के आशीर्वाद के लिए मंदिर के चारों ओर ले जाया जाता है।